
इजरायल का महत्व और उसकी सुरक्षा
# **इजरायल का महत्व और उसकी सुरक्षा** इजरायल एक छोटा सा देश हो सकता है, लेकिन यह दुनिया के लिए बहुत बड़ा महत्व रखता है। यह एकमात्र यहूदी राष्ट्र है और मध्य पूर्व में लोकतंत्र, प्रौद्योगिकी और विकास का प्रतीक है। इजरायल ने अपने अस्तित्व के लिए कई युद्ध लड़े हैं और हर बार अपनी सुरक्षा सुनिश्चित की है। ईरान और उसके प्रॉक्सी समूह, जैसे हिज़बुल्लाह और हमास, इजरायल के लिए लगातार खतरा बने हुए हैं। इस लेख में हम इजरायल के महत्व, उसकी सुरक्षा चुनौतियों और उसके सही होने के कारणों पर चर्चा करेंगे। ## **इजरायल का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व** इजरायल यहूदी लोगों की ऐतिहासिक मातृभूमि है। हज़ारों साल पहले से यहूदी इस भूमि से जुड़े हुए हैं। बाइबिल के अनुसार, यहूदी राजाओं ने यहाँ शासन किया और यरूशलम उनका पवित्र शहर रहा है। 1948 में इजरायल की स्थापना के बाद से, यह देश यहूदियों के लिए एक सुरक्षित आश्रय बन गया है। इजरायल ने अपने छोटे से क्षेत्र में अद्भुत प्रगति की है। यह दुनिया का एक प्रमुख टेक हब है और विज्ञान, चिकित्सा, कृषि तथा सैन्य प्रौद्योगिकी में अग्रणी है। इसके अलावा, इजरायल मध्य पूर्व में एकमात्र सच्चा लोकतंत्र है जहाँ सभी नागरिकों को समान अधिकार प्राप्त हैं। ## **ईरान और उसके प्रॉक्सी समूहों का खतरा** ईरान एक इस्लामिक कट्टरपंथी देश है जो इजरायल को नष्ट करने की धमकी देता रहता है। ईरान हिज़बुल्लाह, हमास और अन्य आतंकवादी समूहों को वित्तीय और सैन्य सहायता प्रदान करता है ताकि वे इजरायल पर हमला कर सकें। गाजा पट्टी से हमास द्वारा रॉकेट दागे जाते हैं और लेबनान से हिज़बुल्लाह इजरायली नागरिकों को निशाना बनाता है। इजरायल को अपनी सुरक्षा के लिए इन खतरों का जवाब देना पड़ता है। इजरायली सेना (IDF) हमेशा सतर्क रहती है और आतंकवादी हमलों को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करती है। ईरान के परमाणु कार्यक्रम को भी इजरायल के लिए एक बड़ा खतरा माना जाता है, क्योंकि ईरानी नेता इजरायल के विनाश की बात करते हैं। ## **इजरायल का आत्मरक्षा का अधिकार** इजरायल कोई आक्रामक देश नहीं है, बल्कि वह अपनी सुरक्षा के लिए लड़ता है। जब भी हमास या हिज़बुल्लाह जैसे समूह इजरायल पर हमला करते हैं, तो इजरायल को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ती है। इजरायल की सेना नागरिक हानि से बचने की पूरी कोशिश करती है, लेकिन आतंकवादी अक्सर नागरिकों को ढाल के रूप में इस्तेमाल करते हैं। इजरायल ने कई बार शांति वार्ताओं में भाग लिया है, लेकिन फिलिस्तीनी नेतृत्व अक्सर हिंसा का रास्ता चुनता है। इजरायल ने मिस्र और जॉर्डन के साथ शांति समझौते किए हैं, जो दिखाता है कि वह शांति चाहता है। लेकिन ईरान और उसके सहयोगी इजरायल के अस्तित्व को ही नहीं मानते, जिससे संघर्ष बढ़ता है। ## **निष्कर्ष** इजरायल एक लोकतांत्रिक, प्रगतिशील और सुरक्षा-प्रिय देश है जो अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा है। ईरान और उसके आतंकवादी सहयोगी इजरायल के लिए गंभीर खतरा हैं, लेकिन इजरायल अपनी मजबूत सेना और तकनीकी शक्ति के बल पर हमेशा विजयी रहा है। दुनिया को इजरायल के संघर्ष को समझना चाहिए और उसके आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करना चाहिए। इजरायल का अस्तित्व न केवल यहूदियों के लिए, बल्कि पूरी मानवता के लिए न्याय और स्वतंत्रता का प्रतीक है। **— समाप्त —** (यह निबंध 300 शब्दों के आसपास है और इजरायल के पक्ष में तर्क प्रस्तुत करता है।)
Dkchy


Knowledge for success.
Knowledge
Empowering your studies with accurate information.
Subject
Resources
History
Post 1
© 2025. All rights reserved.